Friday, August 5, 2011

दुर्गापूजा : सजावटी सामान बनाने में जुटे कारीगर

शंकर जालान


कोलकाता । दुर्गापूजा के मद्देनजर विभिन्न पूजा कमिटियों की ओर से तैयारियों को अंतिम रूप देने का काम जारी है। हालांकि अभी तक पंडाल निर्माण का काम प्रारंभ नहीं हुआ है, लेकिन पंडाल के भीतरी हिस्से में लगने वाले सजावटी सामान का निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
थर्माकोल, मिट््टी, कपड़े, माचिस की तिल्ली (जली हुई), अनाज (गेहूं-चावल), पैन की रिफील, सीप, कांच की गोली, पुराने अखबार समेत कई चीजों से इन दिनों सैंकड़ों कारीगर आयोजक की मांग और पंडाल के लिहाज से सजावटी सामान बनाने में जुटे हैं।
माचिस की तिल्ली (जली हुई) से महाभारत के पात्रों को बनाने में जुटे अरुण सेनापति ने बताया कि वे 12 इंच से 60 इंच तक महाभारत के विभिन्न पात्रों को रेखांकित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मारकीन कपड़े पर वे फेबिकॉल की मदद से श्रीकृष्ण, पांचों पांडव, दुर्योधन, भीष्म, धृतराष्ट्र, द्रोपदी चेहरे समेत हस्तिानापुर व कुरुक्षेत्र के दृश्य को उतारने की कोशिश में जुटे हैं। ये सजावटी सामान किस डेकोरेटर के कहने पर और पूजा कमिटी के लिए बना रहे हैं? इसका जवाब देने से सेनापति ने मना करते हुए बस इतना कहा- इस बारे में कुछ भी बोलने की मनाही है, लेकिन इतना भर कह सकता हूं कि ये दृश्य आपको दक्षिण कोलकाता के किसी पंडाल में देखने को मिलेंगे।
मिट््टी से तलवार, भाला, गोला, कवच, ढाल समेत अस्त्र-शस्त्र बनाने में व्यस्त कुमारटोली के कारीगर ज्योतिर्मय पाल ने बताया कि मध्य कोलकाता की एक पूजा कमिटी की मांग पर वे यह सामग्री बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि गत्ते को विभिन्न प्रकार के अस्त्र-शस्त्रनुमा काट और उसपर मिट्टी का लेप लगाकर मांग के मुताबिक सजावट की सामग्री तैयार कर रहे हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि उन्हें पूजा कमिटी की ओर से विभिन्न आकार (साइज) के अस्त्र-शस्त्र बनाने का आर्डर मिला है। उनके मुताबिक पूजा कमिटी ने सितंबर के दूसरे सप्ताह तक सामग्री की आपूर्ति करने को कहा है। कौन-कौन हथियार कितनी संख्या में बना रहे हैं? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर साढ़े चार नग (पीस) की आपूर्ति करनी है, इसे भाला, तलवार, गोला व कवच कितने-कितने होंगे फिलहाल यह कहना मुश्किल है।
इसी तरह थर्माकोल से संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, सुप्रीम कोर्ट समेत भारत के पूर्व राष्ट्रपतियों व प्रधानमंत्रियों का चित्र बनाने में जुटे इकबाल आलम ने बताया कि वे बारासात में आयोजित होने वाली एक पूजा कमिटी के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे जिस पूजा कमिटी के लिए सजावटी सामग्री बना रहे हैं उसकी (कमिटी) थीम देशप्रेम है। उन्होंने बताया कि पुख्ता तौर पर तो नहीं कह सकता, लेकिन सुनने में आया है कि बारासात के लोगों को संसद भवन नुमा पूजा पंडाल में देवी दुर्गा के दर्शन होंगे। पंडाल के आसपास देश ऐतिहासिक इमारतों, पूर्व राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के अलावा उन लोगों की थर्माकोल के निर्मित आकृति लगाई जाएंगी, जिन्होंने देशहित में उल्लेखनीय कार्य किया है।
अनाज (गेहूं-चावल) से इसी साल विश्वकप क्रिकेट जीतने वाली भारतीय खिलाड़ियों का चित्र बनाने वाले सपन मजुमदार नामक कारीगर ने कहा कि उत्तर कोलकाता के एक पूजा पंडाल में भारतीय क्रिकेट की झलक दिखेगी। उन्होंने बताया कि वे वैसे तो विश्व कप 2011 में शामिल सभी खिलाड़ियों का चित्र बना रहा है, लेकिन अधिक संख्या और बड़े आकार में सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी, विरेंद्र सहवाग और विरोट कोहली का चित्र बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि आयोजक पंडाल, प्रतिमा और बिजली सज्जा के माध्यम में भारतीय क्रिकेट की उपलब्धियों को दर्शाएंगे।

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