Wednesday, June 3, 2009
कोलकाता से ही देश भर में रेल चलाएंगी ममता
कोलकाता। नई रेलमंत्री ममता बनर्जी के लिए रेल मंत्रालय से ज्यादा अहम बंगाल की राजनीति है। इसलिए उन्होंने रेल मंत्रालय को कोलकाता से ही चलाने का फैसला कर लिया है। रेल विभाग उनकी मंशा को समझते हुए कोलकाता में एक अत्याधुनिक ऑफिस तैयार कर रहा है ताकि ममता ज्यादा से ज्यादा वक्त बंगाल को दे सकें।कोलकाता के मान्झेर हाट रेलवे स्टेशन के ठीक सामने वर्षों से उपेक्षित पड़ी जर्जर इमारत की किस्मत बदलने वाली है। सियालदह सब डिविजन के तहत आने वाली रेल विभाग की इस इमारत की तरफ कल तक कोई झांकता भी नहीं था, लेकिन अब रेलवे के तमाम आला अफसर यहां हो रहे काम की पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। उनके लिए इससे महत्वपूर्ण काम कोई दूसरा हो भी नहीं सकता क्योंकि ममता बनर्जी यहीं बैठकर रेल की कमान संभालेंगी।हालांकि यह सबको पता है कि इतने युद्ध स्तर पर चल रहा काम ममता के ऑफिस के लिए ही है लेकिन अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। उन्हें डर है कि कहीं लेने के देने न पड़ जायें।पता चला है कि इस ऑफिस को तैयार होने में लगभग एक हफ्ते का वक़्त लगेगा। यहां ममता के चैम्बर के अलावा कांफ्रेंस रूम भी बनाया जा रहा है जहां से वीडियो कांफ्रेंसिंग भी हो सकेगी। ऐसे तमाम उपकरण लगाए जा रहे हैं जिससे रेलवे की सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। कोशिश ये है कि ममता बनर्जी कोलकाता में रहते हुए ही रेल मंत्रालय का कामकाज देख सकें। विशेष परिस्थितियों में ही उन्हें दिल्ली जाना पड़े।वैसे कभी लालू ने भी रेल को पटना से चलाने की कोशिश की थी। लेकिन वो बिहार के ऑफिस को समय नहीं दे पाए और दिल्ली से ही रेल चलाते रहे। अब बिहार से दूरी का दंड वो भुगत रहे हैं। ममता वो गलती नहीं दोहराना चाहती हैं। उन्हें पता है कि दिल्ली में उनका जलवा तभी तक है जब तक बंगाल उनके साथ है। डेढ़ साल बाद वहां चुनाव होने हैं। कहीं ऐसा न हो कि दिल्ली की हवा उनसे बंगाल की जमीन छीन ले। और ममता इस बार चूकना नहीं चाहतीं।(साभार
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