Saturday, May 23, 2009
विक्टोरिया मेमोरियल की रक्षा करेगी तुलसी
दुनिया के सात अजूबों में शामिल खूबसूरत ताजमहल को पर्यावरण प्रदूषण से बचाने के लिए ताजमहल के समीप तुलसी के करीब दस लाख पौधे लगाए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार को उम्मीद है कि तुलसी के पौधे लगाने से ताजमहल को पर्यावरण प्रदूषण से बचाने में मदद मिलेगी। उत्तर प्रदेश सरकार की इस पहल पर आलोचक कोई भी राय क्यों न व्यक्त करे, पर पश्चिम बंगाल सरकार को यह विचार बेहद भा गया है। पश्चिम बंगाल सरकार राज्य की सांस्कृतिक इमारतों के संरक्षण के लिए तुलसी के रोपण का सहारा लेना चाहती है।पश्चिम बंगाल का वन विभाग राज्य की सांस्कृतिक विरासत मानी जाने वाली इमारतों को पर्यावरण प्रदूषण से होने वाली क्षति से बचाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की तर्ज पर तुलसी के पौधे लगाने की योजना पर अमल की तैयारी में जुटा है। इस क्रम में पश्चिम बंगाल के वन विभाग ने अधिकारियों को पर्यावरण प्रदूषण के खतरे से जूझ रही राज्य की महत्वपूर्ण ऐतिहासिक इमारतों को चिन्हित करने को कहा है। ऐसे में यह तय माना जा सकता है कि कोलकाता स्थित विक्टोरिया मेमोरियल इमारत को तुलसी रोपण प्रोजेक्ट में पहली प्राथमिकता प्रदान की जाएगी।इंग्लैंड की महारानी विक्टोरिया की स्मृति में तैयार विक्टोरिया मेमोरियल अब संग्रहालय एवं पर्यटन केन्द्र में तब्दील हो चुका है। वर्ष 1902-1921 के बीच बनी इस इमारत का डिजायन तैयार किया था विलियम इमरसन ने।विक्टोरिया मेमोरियल के गार्डन में रोजाना हजारों लोग सुबह की सैर के लिए पहुंचते है। अधिकारियों के मुताबिक विक्टोरिया मेमोरियल को पर्यावरण प्रदूषण से बचाने के लिए इसके गार्डन में तुलसी के पौधे लगाए जाएंगे।तुलसी के पौधे वायु में मौजूद धूल कणों को सोखकर वायु प्रदूषण कम करने में मदद करते है। इसके साथ ही तुलसी के पौधे वायुमंडल से विषाक्त तत्वों को नष्ट करने में मदद करते है। यही वजह है कि ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इमारतों को पर्यावरण प्रदूषण के खतरे से बचाने के लिए तुलसी के पौधों के रोपण को कारगर उपाय माना जा रहा है।(साभार)
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