Saturday, May 23, 2009

भूतनाथ मंदिर-पैसे की पहचान यहां भक्त की कीमत कुछ नहीं

पैसे की पहचान यहां इंसान की कीमत कोई नहींबच के निकल जा इस बस्ती से करता मोहब्बत कोई नहीं। ( फिल्म पहचान का मनोज कुमार पर फिल्माया गीत)पैसे की पहचान यहां भक्त की कीमत कुछ नहींबच के निकल भूतनाथ मंदिर से यहां पुजारी कोई नहीं।(मध्य कोलकाता के नीमतलाघाट श्मशानघाट के समीप बने प्रसिद्ध भूतनाथ मंदिर में दर्शन व पूजा करने गए लोगों की बदहाल स्थिति देख कर मन में उपजे विचार)जी, हां- अगर यह कहा जाए कि भूतनाथ मंदिर पर पुजारी की अराजकता चरम पर पहुंच गई है तो शायद गलत न होगा। यहां के पुजारियों के लिए पैसा ही सब कुछ है। कोई भक्त घंटों से जलाभिषेक में कतार में खड़ा है इसकी यहां के पुजारियों को कोई प्रवाह नहीं। इन्हें मतलब है तो बस ऐसे कथित भक्तों से से जलाभिषेक की एवज में पुजारियों की जेबें गरम करते हो। यहां आने वाले ज्यादातर भक्त पुजारियों की मनमानी स देखी हैं। क्योंकि मामला आस्था से जु़ड़ा है, इसलिए कोई खुल कर विरोध नहीं करता, लेकिन मन ही मन यह इच्छा रखता है कि न जाने कब भूतेश्वर बाबा भोले भक्तों की दशा पर तरस खाते हुए मंदिर को इन ढोंगी पुजारियों के चुंगल से मुक्त कराएं और मंदिर का प्रबंध सरकार अपने हाथों में ले ले, ताकि पुजारियों की मनमानी पर अंकुश लगे।

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