Saturday, May 23, 2009

...जब सेक्स वर्कर्स ने बचाया

अहमदाबाद, पैसे के लालच में कोलकाता की एक महिला ने अपनी ही 14 वर्षीय बेटी को दलालों के हाथ बेच दिया। इन दलालों की हवस का शिकार बनने के बाद जब ये किशोरी ‘बाजार’ में पहुंची तो सैक्सवर्कर की संस्था की सदस्यों की नजर उस पर पड़ गई। उन्होंने किशोरी को इस दूषित माहौल से तो निकाल लिया, लेकिन उनके सामने सबसे बड़ी समस्या है कि अब उस किशोरी को कहां रखा जाए। यूं बेची गई बेटी : पीड़ित किशोरी ने अपनी दास्तां बताते हुए कहा कि वह मूल रूप से कोलकाता की है। गुजरात से कुछ दलाल वहां पहुंचे और अहमदाबाद में घर के काम के लिए लड़कियों की जरूरत बताकर पांच हजार रुपए में उसे उसकी मां से खरीद लाए। यहां लाकर दलाल ने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। इसके बाद उसे देह व्यापार के बाजार में उतार दिया गया। भला हो सेक्स वर्कर्स के संगठन ‘ज्योतिसंघ’ का, इसकी सदस्यों ने उस किशोरी को देख लिया और वहां से उसे निकाल लिया। संगठन के सामने अब सबसे बड़ी समस्या ये है कि इस किशोरी को रखा कहां जाए? अगर उसे मां के पास भेज दिया जाएगा, तो मां उसे फिर दलालों के हाथों बेच देगी। बहरहाल, पीड़ित किशोरी को शहर के ही एक आश्रम में रखा गया है। गौरतलब है कि 4000 सदस्यों वाली ज्योतिसंघ संस्था की सदस्य किसी किशोरी को इस धंधे में देख लेती हैं, तो उसे वहां से छुड़ा लाती हैं।(साभार)

No comments:

Post a Comment